छात्रों के आंदोलन में अभिभावक होंगे शामिल
अमर उजाला ब्यूरो, इलाहाबाद
Updated Wed, 26 Oct 2016 02:29 AM IST
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की भर्तियों की जांच तथा 12 सूत्रीय अन्य मांग को लेकर शुरू प्रतियोगियों के आंदोलन में अभिभावक भी शामिल होंगे। प्रतियोगियों की अपील पर अभिभावक दिवाली के दिन राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल और मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखेंगे। इस अभियान को सफल बनाने के लिए प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के बैनर तले छात्रों ने छात्रावासाें तथा डेलीगेसी में जनसंपर्क भी किया।
आयोग की भर्तियों की सीबीआई जांच, सिविल सेवा की तर्ज पर पीसीएस मुख्य परीक्षा कराने समेत विभिन्न मांगों को लेकर प्रतियोगी एक बार फिर आंदोलनरत हैं। उन्होंने सोमवार को आयोग में ज्ञापन सौंपा। इसी क्रम में समिति की बैठक में अभिभावकों को भी इस आंदोलन में शामिल करने का निर्णय लिया गया। इसके तहत समिति के सदस्यों ने छात्रावासों और डेलीगेसी में जाकर छात्रों से कहा कि दिवाली पर घर जाकर वे अभिभावकों से आयोग की भर्तियों में व्याप्त अनियमितता पर विस्तार से चर्चा और पत्र लिखने की अपील करें। दिवाली के दिन पत्र लिखने का निर्णय लिया गया है। जनसंपर्क करने वालों में अवनीश पांडेय, गिरिजेश सिंह, प्रशांत पांडेय, नवीन तिवारी, रजवंत सिंह, सावन दुबे, फणीस पांडेय आदि शामिल रहे।
इलाहाबाद। उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग में सदस्यों की नियुक्ति करने के साथ असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाने की मांग को लेकर प्रतियोगियों का क्रमिक अनशन मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। उनका कहना था कि कोरम पूरा नहीं होने की वजह से असिस्टेंट प्रोफेसर के 1652 पदों के लिए साक्षात्कार की प्रक्रिया धीमी है तो एक अन्य भर्ती की परीक्षा तिथि घोषित नहीं हो पा रही। इससे हजारों अभ्यर्थियों का भविष्य अधर में है। उनका कहना था कि यदि मांग पूरी नहीं हुई तो तेज आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
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