शिक्षा की गुणवत्ता के साथ समझौता बर्दाश्त नहीं, शिथिलता पर नपेंगे शिक्षक
एबीआरसी को पर्याप्त जानकारी मुहैया न कराये जाने पर डीसी निर्माण को लगाई फटकार
स्कूल में अवस्थापना सुविधाएं पूर्ण न मिलने पर प्रधानाध्यापक, एनपीआरसी, एबीआरसी, एबीएसए होंगे निलंबित
एटा। डीएम विजय किरन आनन्द ने सोमवार को अपरान्ह में बेसिक शिक्षा विभाग के सभी एबीएसए, एबीआरसी, एनपीआरसी आदि के साथ जनपद के सभी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता, विद्यालय में अवस्थापना सुविधाओं , एमडीएम आदि के संबंध में बैठक की। बैठक को संबोधित करते हुए डीएम ने निर्देश दिये कि जनपद में लगभग 7 हजार से अधिक का स्टाफ होने के बावजूद भी शिक्षा की गुणवत्ता में कोई सुधार क्यों नहीं हो रहा है, विभाग से जुड़े सभी अधिकारी, कर्मचारी अपने-अपने दायित्वों को निर्वहन पूर्ण ईमानदारी, निष्ठा के साथ करें, इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरती जाये, शिक्षा की गुणवत्ता के साथ समझौता अब किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा, लापरवाही मिलने पर संबंधित के खिलाफ दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी। अवस्थापना सुविधाओं की जानकारी संबंधित कर्मचारियों को उपलब्ध न कराये जाने पर डीएम ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए डीसी निर्माण संजय यादव को कड़ी फटकार लगाई।
डीएम विजय किरन आनन्द ने कहा कि जनपद के सभी स्कूलों में अवस्थापना सुविधाएं शौचालय निर्माण, वाउण्ड्रीवाल, किचिन सैड, विद्युत कनेक्शन, सोलर लाईट आदि पूर्ण की जाये, जो भी कमियां हैं उन्हें संबंधित लेखपाल, ग्राम सचिव, बीडीओ आदि के समन्वय रखकर दूर किया जाये, सभी स्कूलों में आगामी 15 दिन में नये यूरीनल लगाये जायें, टायलेट में टायल आदि भी लगाये जायें, स्कूल के टायलेट को माॅडल टायलेट बनाया जाये। यदि किसी स्कूल की वाउण्ड्रीवाल नहीं हैं तो संबंधित ग्राम प्रधान से समन्वय कर ग्राम निधि, मनरेगा से वाउण्ड्रीवाल का कार्य पूर्ण कराया जाये, दो माह में सभी स्कूलों की वाउण्ड्रीवाल पूर्ण हो जानी चाहिए, जहां फेसिंग की आवश्यकता है वहां फेसिंग कराई जाये। स्कूलों में ब्लैक बोर्ड सही दिखने चाहिए, हो सके तो व्हाईट वोर्ड, मार्कर का प्रयोग किया जाये। जिन स्कूलों में गैस कनेक्शन नहीं हैं, वहां गैस कनेक्शन लिया जाये, चूल्हे पर खाना बनता पाया गया तो संबंधित स्कूल के प्रधानाचार्य के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जायेगी।
डीएम विजय किरन आनन्द ने कहा कि 15 अप्रैल से 20 मई तक स्वच्छ भारत मिशन की गाड़ी द्वारा स्कूल में अवस्थापना सुविधाओं की चैकिंग कराई जायेगी। अवस्थापना सुविधाएं पूर्ण न मिलने पर संबंधित हैड टीचर, एनपीआरसी, एबीआरसी, एबीएसए के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जायेगी, साथ ही निलंबन भी होगा।
डीएम ने कहा कि जनपद में ड्राप आउट बच्चों पर विशेष रूप से फोकस किया जाये, स्कूलो में अच्छी शिक्षा मुहैया कराई जाये, जिससे कोई भी छात्र ड्राप आउट न हो। लैसन प्लान के आधार पर आगामी सत्र की पढ़ाई शुरू कराई जायेगी। ब्लाक स्तर पर शिक्षकों, एनपीआरसी आदि की कार्यशाला संबंधित एबीएसए द्वारा की जाये। कक्षा का माहौल अच्छा बनायंे, तभी गुणवत्तापूर्ण शिक्षण संभव हो सकेगा। स्कूलों में छात्रों के सापेक्ष शिक्षकों की तैनाती की रिपोर्ट 15 दिन में सभी एबीएसए द्वारा उपलब्ध कराई जाये। सभी एबीआरसी, एनपीआरसी द्वारा कम से कम 30 स्कूलों के निरीक्षण कर रिपोर्ट उपलब्ध कराई जाये। 31 जुलाई को जनपद में पहला यूनिट टैस्ट होगा, कम्प्यूटर में फीडिंग के उपरान्त शिक्षकों का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जायेगा, 60 प्रतिशत से कम प्रगति पर संबंधित के खिलाफ कार्यवाही होगी। स्कूल मैनेजमेंट कमेटी, अभिभावकों के साथ समय-समय पर बैठक की जाये।
बैठक में बीएसए रमाकांत वर्मा, वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक अजय कुमार, एबीएसए ओपी अकेला, बृजराज सिंह, एसपी सिंह सहित सभी एबीआरसी, एनपीआरसी आदि मौजूद थे।
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