एटा डीएम ने 25 शिक्षक किये बर्खास्त, हड़कम्प
लगातार चल रहे थे अनुपस्थित
लेखाधिकारी अवनेश सक्सैना के खिलाफ कराई जायेगी विजलेंस जांच
शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार न मिलने पर नपेंगे शिक्षक, एबीआरसी, एनपीआरसी-डीएम
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एटा। डीएम विजय किरन आनन्द ने सोमवार को अपरान्ह में बेसिक शिक्षा विभाग के सभी एबीएसए, एबीआरसी, एनपीआरसी आदि के साथ जनपद के सभी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता, विद्यालय में अवस्थापना सुविधाओं, एमडीएम आदि के संबंध में बैठक की। डीएम ने प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार लाने हेतु बीएसए रमाकांत वर्मा को एबीआरसी पद पर चयन हेतु अच्छे, मेहनती, ईमानदार शिक्षकों की उपलब्ध कराने के निर्देेश दिये। लम्बे अर्से से शैक्षणिक कार्य से विरत रहने वाले एवं विद्यालयों से लगातार अनुपस्थित चल रहे 25 शिक्षकों को शासकीय सेवा से अवमुक्त करने के निर्देश दिये, साथ ही नियम विपरीत कार्य कर रहे निवर्तमान लेखाधिकारी अवनेश सक्सैना के खिलाफ विजलेंस जांच की संस्तुति हेतु बीएसए को पत्रावली प्रस्तुत करने के निर्देश दिये।
डीएम विजय किरन आनन्द ने कहा कि शिक्षकों को भविष्य निर्माता की संज्ञा दी जाती है, किन्तु बड़े ही खेद का विषय है कि कुछ शिक्षक अपने पदेन दायित्वों निर्वहन नहीं कर रहे हैं जिससे जहां शासकीय धन का दुरूपयोग हो रहा है तो वहीं छात्र, छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ भी हो रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे कि उनके रहते बच्चों के भविष्य के साथ कोई खिलवाड़ कर सके। आगे भी इस तरह की बड़ी कार्यवाही होती रहेंगी, प्रत्येक अधिकारी, कर्मचारी पूर्ण निष्ठा के साथ अपने पदेन दायित्वों का निर्वहन करना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी कलक्ट्रेट सभागार में बेसिक शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक कर रहे थे। बीएसए ने जिलाधिकारी को बताया कि 25 शिक्षक लम्बे समय से अपने दायित्वों का निर्वहन नहीं कर रहे हैं और विद्यालय से लगातार अनुपस्थित चल रहे हैं, जिस पर डीएम ने कठोर कदम उठाते हुए लगातार अनुपस्थित चल रहे शिक्षकों को सेवा से अवमुक्त करने के निर्देश दिये। इसके साथ ही नियम विपरीत कार्य करने के उपरान्त जनपद से एकतरफा रिलीव किये गये लेखाधिकारी अवनेश सक्सैना के विरूद्ध विजलैंस जांच की संस्तुति किये जाने हेतु बीएसए को तत्काल पत्रावली तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। समीक्षा में पाया गया कि विद्यालयों के निरीक्षण हेतु एबीआरसी, एनपीआरसी द्वारा सौंपी गई जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं किया गया है, बीएसए ने बताया कि अब तक 1436 निरीक्षण किये गये हैं जिस पर डीएम ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कार्यशैली में सुधार लाने के निर्देश दिये।
डीएम ने शिक्षा के स्तर पर में गुणात्मक सुधार लाने के लिए 1 अप्रैल से शिक्षा गृह योजना लागू करने के निर्देेश देते हुए बताया कि योजना के तहत शिक्षकों द्वारा किये जा रहे अध्यापन कार्य की वाईस रिकार्डिंग होगी, शिक्षकों की छुट्टी कम्प्यूटर के माध्यम से स्वीकृत होगी। परीक्षाओं की ग्रेडिंग होगी, निरीक्षण एण्ड्रराॅयड फोन द्वारा एप के माध्यम से अपलोड किये जायेंगे जिसमें जीपीएस लगे होने के कारण निरीक्षण की वास्तविकता प्रमाणित हो सकेगी। बैठक के अंत में डीएम ने शिक्षकों को अभिभावकों के प्रति विश्वास पैदा करते हुए क्लासरूम में पढ़ाई का बेहतर वातावरण तैयार करने तथा पठन पाठन के तौर तरीकों में बेहतर सुधार हेतु समय समय पर ब्लाक एवं जिला स्तर पर कार्यशाला आयेाजित करने के निर्देेश दिये।
बैठक में बीएसए रमाकांत वर्मा, वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक अजय कुमार, एबीएसए ओपी अकेला, बृजराज सिंह, डा0 वंदना सैनी, एसपी सिंह सहित सभी एबीआरसी, एनपीआरसी आदि मौजूद रहे ।
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