डाक्टरों को 62 साल तक सरकारी सेवा का विकल्प
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : प्रांतीय चिकित्सा सेवा (पीएमएस) संवर्ग के डॉक्टर 62 साल की उम्र तक सरकारी अस्पतालों में मरीजों की चिकित्सा अथवा स्वास्थ्य महकमे में प्रशासकीय दायित्व निभा सकेंगे। योगी सरकार ने मंगलवार को यह फैसला लिया था, गुरुवार को इसका शासनादेश () जारी हो गया। इसमें शर्त यह है कि 60 साल की आयु पूरी करने पर उन्ही डॉक्टरों का दो साल का सेवाकाल बढ़ाया जाएगा, जो इसके इच्छुक होंगे। जिनके विरुद्ध जांच चल रही होगी अथवा अस्वस्थ्य होंगे, उनकी सेवा अवधि नहीं बढ़ायी जाएगी।1चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के सचिव आलोक कुमार की ओर से जारी शासनादेश में कहा गया है कि पीएमएस संवर्ग के डॉक्टरों की रिटायरमेंट की अवधि 62 साल करने की अनुमति प्रदान कर दी गयी है। मगर शर्त यह है कि 60 साल की उम्र पूरी होने पर डॉक्टरों को दो साल की सेवा बढ़ाने का विकल्प दिया जाएगा, जो डॉक्टर इच्छुक होंगे, उनकी सेवा दो साल बढ़ा दी जाएगी। जिनका कार्य संतोषजनक नहीं होगा या जिनकी सत्यनिष्ठा संदिग्ध होगी, जांच चल रही होगी, ऐसे डॉक्टरों की स्क्रीनिंग कर उन्हें 60 साल की आयु होते ही सेवानिवृत कर दिया जाएगा।1क्यों लिया फैसला: भारतीय जनता पार्टी ने लोक कल्याण संकल्प पत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी व डॉक्टरों की कमी दूर करने का वादा किया था।’>>योगी सरकार के फैसले का सचिव स्वास्थ्य ने जारी किया शासनादेश1’>>जिन डॉक्टरों की जांच चल रही होगी, वह 60 साल की उम्र में रिटायर होंगे
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