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Friday 28 July 2017

शिक्षामित्रों के समायोजन में ही गलती, बहकावे में आकर तोड़फोड़ न करें: योगी

शिक्षामित्रों के समायोजन में ही गलती, बहकावे में आकर तोड़फोड़ न करें: योगी

Dainikbhaskar.com 28 Jul.2017 14:42

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लखनऊ. सीएम शुक्रवार को विधान परिषद में बजट की चर्चा में शामिल हुए। यहां उन्होंने शिक्षामित्रों के समायोजन रद्द होने पर कहा- ''इनके समायोजन में ही गलती थी। पूर्व की सरकारों ने गलत किया। अपर मुख्य सचिव को आदेश किया गया है कि वह शिक्षामित्रों का प्रतिवेदन लेकर सरकार के साथ बैठें। सरकार विधिसंगत रास्ते तलाश रही है।'' वहीं, योगी ने अखिलेश पर तंज कसते हुए कहा- ''पता नहीं कैसे सदन में अपने पिता पर प्रश्न उठा रहे हैं, जबकी यादव अखिलेश जी के भाग्य विधाता हैं।''

अखि‍लेश के भाग्य विधाता मुलायम

- सीएम योगी ने विधान परिषद में सपा विधायकों द्वारा बायकॉट करने पर कहा- ''उच्च सदन में बैठे हुए लोगों का आचरण कैसा है, इसको देख कर बड़ा आश्चर्य हो रहा है। हम प्रार्थना करते हैं, भगवान उनको बुद्धि दे। बहुत जल्द ही उच्च सदन से भी इनको भागना पड़ेगा।''
- सीएम ने अखिलेश पर तंज कसते हुए कहा- ''पता नहीं कैसे सदन में अपने पिता पर प्रश्न उठा रहे हैं, जबकी मुलायम सिंह यादव अखिलेश जी के भाग्य विधाता हैं।''

सड़क पर तोड़फोड़-हिंसा न करें: शिक्षामित्रों से योगी
- वहीं, शिक्षामित्रों पर योगी ने कहा- ''इनके समायोजन में ही गलती थी। पूर्व की सरकारों ने गलत किया। अपर मुख्य सचिव को आदेश किया गया है कि वह शिक्षामित्रों का प्रतिवेदन लेकर सरकार के साथ बैठें। सरकार विधिसंगत रास्ते तलाश रही है।''
- ''मुझे लगता है कि जब सरकार विचार कर रही है तो सड़क पर हिंसा ठीक नहीं। सड़क पर तोड़फोड़ न करें, हिंसा न करें, किसी के बहकावे में ना आएं। विपक्ष उन्हें केवल वोट बैंक मानता है।''
- ''हिंसा होगी और हिंसा का शिकार कोई निर्दोष होगा तो सरकार कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कदम उठाएगी। आप प्रदर्शन न करें, बल्कि स्कूल में जाकर पढ़ाएं। अगर लोकतांत्रिक तरीके से बात कही जाएगी तो बात सुनी जाएगी। अगर विपक्ष धमकी देगा तो सरकार धमकी देने से डरने वाली नहीं है।''
- ''सभी शिक्षामित्रों से कह रहा हूं कि सबकी बातें सुन रहा हूं। जिनका समायोजन नहीं हुआ था उनका मानदेय बढ़ाया गया है। लोकतंत्र में रास्ता निकलता है। हम रास्ता निकालेंगे। सरकार किसी के साथ अन्याय नहीं होने देंगी।''

पिछली सरकारों का किसानों के प्रति कोई एजेंडा नहीं
- योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा- ''प्रतिपक्ष के बातों में विरोधाभाष था। ये बजट अब तक का सबसे बड़ा बजट है। इस बजट में 36 हजार करोड़ ऋण मोचन का काम किया गया। लोगों को लगा कि केंद्र सरकार बजट में मदद करेगी।''
- ''बहुत सारे लोग अपने को किसान पुत्र कहते हैं, किसान नेता कहते हैं, लेकिन सही मायनों में इस सरकार ने काम किया है। जब सच्चाई का सामना करने की हिम्मत नहीं होती तो पलायन करते हैं। किसानों के लिए हम एहसान नहीं कर रहे हैं।''
- योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा- ''प्रदेश में चार कृषि विश्वविद्यालय हैं, उनको आधुनिक तकनीक से जोड़ा जा रहा है। पिछली सरकारों का किसानों के प्रति कोई एजेंडा नहीं था। किसान उनके एजेंडे में था ही नहीं, वरना 20 नए कृषि विज्ञान केंद्र खुल जाते।''
- ''इन्होंने पिछले 12-15 वर्षों में जोड़ने नहीं तोड़ने का काम किया। इसका प्रदर्शन दोनों सदनों में देखने को मिला है। प्रदेश के विकास के प्रति कोई भाव नहीं था।''

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