*UPTET अभ्यर्थियों ने शुरू किया प्रदर्शन दी आत्मदाह करने की धमकी*
जालौन. सुप्रीम कोर्ट द्वारा टीईटी अभ्यर्थियों के पक्ष में दिये गये फैसले के बाद अब टीईटी पास अभ्यर्थियों ने भी सरकार से नौकरी देनी की मांग शुरू कर दी है। इसी को लेकर जालौन के कलेक्ट्रेट परिसर में टीईटी पास अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन करते हुये जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर जल्द प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है। जल्द भर्ती प्रक्रिया शुरू न होने पर टीईटी अभ्यर्थियों ने आन्दोलन और आत्मदाह की धमकी दी।
बता दें कि मायावती सरकार ने 2011 में टीईटी पास अभ्यर्थियों के लिये प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक के लिये 72825 पद निकाले थे, लेकिन सरकार बदलते ही अखिलेश सरकार ने नया विज्ञापन जारी कर दिया था और उस विज्ञापन को एकेडमिक मेरिट के आधार पर निकाला था। इस विज्ञापन पर सवाल खड़ा करते हुये टीईटी पास अभ्यर्थियों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, जिसके बाद हाईकोर्ट ने अखिलेश सरकार के विज्ञापन को रद्द करते हुये टीईटी के नंबर के आधार पर भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी थी। जिसमें लगभग 66 हजार टीईटी अभ्यर्थियों की भर्ती पूरी हो गयी थी, लेकिन मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा जहां लगभग 5 साल बाद 25 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाते हुये 7 दिसंबर 2012 के विज्ञापन को वैध करा दिया और एकेडमिक आधार पर नियुक्ति कराये जाने के लिये कहा।

जिसको लेकर आज सैकड़ो टीईटी पास अभ्यर्थी उरई के कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे जहां उन्होंने नारेबाजी करते हुये प्रदर्शन किया। साथ ही योगी सरकार से जल्द काउंसलिंग कराकर नियुक्ति पत्र दिये जाने की मांग की। टीईटी पास अभ्यर्थियों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने 25 जुलाई को जो निर्णय दिया है उसमें 7 दिसंबर 2012 के विज्ञापन को वैध करा दिया है और बेसिक शिक्षा नियामावली 15 व 16 वें संशोधन को भी वैध दिया है, इसीलिये सभी टीईटी पास अभ्यर्थियों की जल्द काउंसलिंग कराई। जिससे 6 साल से जो बेरोजगारी का दंश झेल रहे है, उससे निजात मिल सके।
टीईटी अभ्यर्थियों का कहना है कि पिछले 6 साल से संघर्ष में उन्होंने कई अपने साथियों को खोया है, उनके परिजनों को भी सहायता राशि दी जाये। वही उन्होंने कहा कि डिप्टी सीएम केशव मौर्या से लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उनकी बात को सार्वजनिक मंच से कह चुके है इसीलिये उनकी भर्ती प्रक्रिया जल्द कराई जाये।
टीईटी पास अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन के बाद जिलाधिकारी नरेन्द्र शंकर के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ज्ञापन भेजा। साथ ही मांग की कि जल्द ही काउंसलिंग कराकर नियुक्ति दी जाए, अन्यथा की स्थिति में सरकार के खिलाफ उग्र प्रदर्शन किया जायेगा। जिसका परिणाम 2019 के चुनाव में भाजपा को भुगतना पड़ेगा। जिस तरह सपा और बसपा को पिछले चुनाव में भुगतना पड़ा। इसके अलावा अभ्यर्थी विधानसभा का घेराव कर आत्मदाह करेंगे।
इस दौरान जिलाध्यक्ष राहुल मिश्रा, जयदीप अवस्थी, मनोज बाथम, उपेन्द्र पटेल, अजब सिंह, मंगल सिंह, शांता मिश्रा, रणजीत सिंह, अनिल निरंजन, प्रदीप कटियार, रेहाना, परवीन, चन्द्ररेखा, सहित सैकड़ों अभ्यर्थी मौजूद रहे।

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