Welcome to BASIC KA TEACHER.COM

Translate

Friday 8 September 2017

Mother Tincture Uses In Hindi [ मदर टिंक्चर का उपयोग ]


Mother Tincture Uses In Hindi [ मदर टिंक्चर का उपयोग ]

September 7, 2017byComments0

हेल्लो दोस्तों, आज इस पोस्ट में हम जानेंगे की होम्योपैथी में मदर टिंचर ( Mother Tincture ) क्या होता है और इसे कब-कैसे इस्तेमाल करते हैं।

मदर टिंचर दो शब्दों से बना है, मदर अर्थात मम्मी और टिंचर अर्थात dilution, इन दोनों का अभिप्राय यह है की सभी dilution की मम्मी को मदर टिंचर कहा जाता है। मदर टिंचर सबसे न्यूनतम पोटेन्सी में आती है जोकि 0 पोटेंसी है जिसे हम Q से भी जानते हैं। बाकि सभी पोटेंसी का निर्माण भी मदर टिंचर से ही होता है। उदाहरण के रूप में आप ये समझें की लाइकोपोडियम मदर टिंचर से ही लाइकोपोडियम 1c, 2c, 30c इत्यादि का निर्माण किया जाता है।

मदर टिंचर एक प्रकार के Plant या Animal kingdom का अर्क होता है। किसी विशेष पौधे के पत्तों या जड़ के रस और अल्कोहल को बराबर मात्रा में मिलाकर 90 se 100 दिनों तक एक खास तापमान में संचय कर मदर टिंचर का निर्माण किया जाता है। मदर टिंचर एक particular combination है जो की अर्क और अल्कोहल को एक खास ratio में मिलाकर तैयार की जाती है।

मदर टिंचर ( Mother Tincture ) का उपयोग क्यों करते है ?

मदर टिंचर बहुत तेजी से असर करती है।लम्बे समय तक मदर टिंचर लेते रहने से रोग पूरी तरह ठीक हो जाती है।Acute रोग में मदर टिंचर का इस्तेमाल अच्छा रहता है।

मदर टिंचर ( Mother Tincture ) का उपयोग कैसे करें ?

मदर टिंचर दवा के उपयोग के लिए आप normal tea पीने वाली कप लें, इस कप को आधा पानी से भर दें। अब इसमें होम्योपैथी Mother Tincture की 20 बून्द डालें। उदाहरण के लिए अगर आपके पास नक्स वोमिका मदर टिंचर है तो उसकी 20 बून्द को उस आधे कप पानी में डालें और धीरे-धीरे उस पानी को पी जाएँ। प्रायः सभी मदर टिंचर का उपयोग ऐसे ही किया जाता है। यहाँ 20 बून्द का मतलब ऐसा नहीं की 18 बून्द या 22 बून्द काम नहीं करेगा, 2-5 बून्द इधर-उधर होने से भी ये सफलपूर्वक कार्य करती है।

मदर टिंचर का external use bhi किया जाता है। जैसे अगर आपकोJaborandi mother tincture को बालों में लगाना है तो आप सिंपल उसके कुछ बूंदों को बालों की जड़ में बून्द-बून्द करके डाल लें और फिर हाथ से हलकी मालिश कर लें।

आशा करता हूँ कि आपको मदर टिंचर की जानकारी समझ में आ गई होगी। धन्यवाद।

No comments:

Post a Comment