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Friday 13 July 2018

Appearing मुद्दे पर सच में आज की सुनवाई पर विभिन्न पक्षों की राय



साथियों नमस्कार🙏🏻

  जैसा कि अब तक सब कुछ पता चल गया होगा कि हाई कोर्ट इलाहाबाद की डबल बेंच से आये आदेश पे सुप्रीम कोर्ट ने स्थगन आदेश पारित करते हुए संबंधित सभी पार्टियों को नोटिस इशू किया और नेक्स्ट डेट 6 अगस्त लगा दी।

आर्डर के संबंध में कई बार एक्सप्लेनेशन किया जा  चुका है इसलिए मुख्य विन्दु पे आकर चर्चा करते हैं।

भानू प्रकाश मिश्रा की slp की हियरिंग डेट जैसे ही फिक्स हुई वैसे ही मेरे व मेरी टीम के माइंड में कई भ्रांतियाँ उत्पन्न हुईं। जैसे कि मेरा जो पहला स्टैंड था वह सभी को पता होगा कि हम खुद इस मैटर को लीड करना चाहते थे लेकिन एक ह्यूमन एरर की बजह से मुझे न चाहते हुए पीछे हटना पड़ा जिसमे और भी कई रीजन थे। मेरी टीम का इंटेंशन जैसे ही चेंज होता है तब तब भानू भूत उत्पन्न हो जाता है। मेरी टीम ने निर्णय लिया कि चलो लीड न करके ओमकार के साथ कोर्ट में एंट्री करते हैं। लेकिन तब तक भानू मिश्रा की slp की हियरिंग डेट क्लियर हो जाती है। उसके बाद मैंने एहतियात बरतते हुए और बीएड12 वालों की एक- एक स्टेप को वॉच करते हए आगे बढ़ना शुरू किया। मेरी टीम भी नही चाहती थी कि कोई इस महत्वपूर्ण मैटर को सिंगल लेकर कोर्ट में एंट्री करे। बेशक मैंने शालिनी यादव के नाम से अलग से slp फ़ाइल की है लेकिन मेरा उद्देश्य यही था कि मिलकर किसी तरह पहले आर्डर पे स्टे लिया जाए। उसके बाद कॉर्डिनेशन बनाकर काम किया जाए। लेकिन जो लोग कॉर्डिनेशन की बात कर रहे थे वह केवल दिखावा कर रहे थे।
हाई कोर्ट से आर्डर आये हुए आज लगभग 40 दिन हो गए लेकिन सामने वाले ने केवल झूठ के सिवा कुछ न बोला फिर भी मैं जॉब बचाने के चक्कर मे यह सब इग्नोर करता रहा।

जैसे ही पता चलता है कि भानू की slp की हियरिंग डेट लग गयी वैसे ही मेरी टीम ने अपना गियर चेंज किया। क्योंकि हम सभी लोग ओमकार को आगे लेकर चलना चाहते थे लेकिन खुद ओमकार ने सभी को धोखा दे दिया और एक अन्य slp जो भानू मिश्रा के नाम से फ़ाइल की उसे आगे कर दिया। जबकि भानू हाई कोर्ट में पार्टी भी नही था और बीएड12 बैच। हाँ इतना जरूर था कि मेरी टीम पहले ही डिसाइड कर चुकी थी कि बीएड12 को अकेले कोर्ट में नही जाने देंगे उसके लिए मुझे जो बन सकेगा वह करूँगा।भानू की slp पे हियरिंग डेट लगने के बाद पूरे up में तूफान सा आ गया लेकिन इतना कुछ होने के बाद भी लोग घरसे नही निकले। जिन साथियों ने अलग अलग slp फ़ाइल कर रखीं थीं वह भी घर से ही ज्ञान उड़ेल रहे थे। सुप्रीम कोर्ट जाना किसी ने जरूरी नही समझा।

जब आप लोगों ने सभी को बचाने का प्रण किया तो फिर घरसे क्यों नही निकले। चलो ठीक है मानता हूँ कि आपका मैटर नही लगा या आपके adv ने टैग कराना उचित नही समझा लेकिन आपकी जिम्मेदारी बनती थी कि कमसे कम इस महत्वपूर्ण मैटर में कोर्ट में उपस्थिति रहना जरूरी है और हर स्थिति को वाच करते लेकिन नही आये जो बिल्कुल गलत और गैरजिम्मेदाराना है।
वैसे मैं किसी की बुराई नही करता लेकिन लोगों को खुद समझना चाहिए कि यह जॉब कितने कठिन संघर्ष के बाद मिली है जो आपके जीवन मे एक हिस्टोरिकल मोमेंट के रूप में याद रहेगी।

अब फिर भानू की बात करता हूँ।
डेट लगने के बाद मैंने भानू से बात की और उससे कहा कि आप एक एप्लीकेशन देकर डेट आगे बढ़वा सकते हो और ओमकार को आगे बढ़कर खुद लीड करने दो मैं तो भानू को यह उपदेश दे रहा था कि ओमकार को लीड करने दो लेकिन खुद ओमकार नही चाहता था कि मैं लीड करूँ।
जब मैंने ओमकार से बात की तो 11 जुलाई को सुबह कोर्ट में मिलने को कहा और भानू ने भी 11 जुलाई को सुबह ही मिलने को कहा लेकिन जब हम 11 जुलाई को कोर्ट में गया तो भानू को कॉल किया तो उसका दूसरा साथी कह रहा कि भानू अभी स्नान कर रहे हैं। फिर मैंने ओमकार से बात की तो कह रहे कि मैं 10am से पहले कोर्ट नही आयेंगे। उसके बाद मैंने फिरसे कांटेक्ट किया तो भानू ने कहा कि हम लोग 1pm पे कोर्ट आएंगे क्योंकि sir ने 1pm का समय दिया है मिलने का। उसके बाद मैंने लगातार कॉल किया किन्तु भानू और ओमकार ने कॉल अटेन्ड करना जरूरी नही समझा।
मैंने बहुत कोशिश की कि भानू से संपर्क किया जाए और date एक्सटेंड कराने पे विचार हो सके।

जब भानू से संपर्क नहीं हो पाया तो फिर मैं rk singh के पास गया और उनसे date एक्सटेंड कराने पे चर्चा की तो उन्होंने कहा कि ओमकार मेरा कॉल ही अटेन्ड नही कर रहा और मैं खुद परेशान हूँ कि किसी तरह डेट आगे बढ़ जाये फिर rk सिंह sir ने ओमनारायण तिवारी को कॉल किया और ओमकार व भानू को लेटर जारी करने को कहा जिससे डेट आगे बढ़ जाये लेकिन नतीजा कुछ नही निकला। कुछ देर बाद भानू की कॉल आती है तो मैंने उससे कहा कि rk सिंह के चैम्बर में आ जाओ तुम्हे बुला रहे हैं और ओमकार को भी साथ मे लेकर आओ लेकिन न भानू आया और न ओमकार।

उसके बाद rk सिंह sir ने कहा कि इन्हें मैसेज कर दो कि आज 3pm तक लेटर दे दें जिससे डेट आगे बड़े मैंने मैसेज सेंड किया लेकिन रीड करने के बाद भी कोई रिप्लाई नही।

उसके बाद मैं rk सिंह के यहाँ से चला आया ।
मेरे sir प्रशांत शुक्ला जी भी कह रहे थे कि अरुण मिश्रा की बेंच सही नही है और मोस्टली मैटर डिस्पोज़ कर देते हैं। किसी तरह प्रयास करके डेट आगे बढ़ाओ।लेकिन हम लोग सफल नही हुए। लेकिन हम इनकी हर एक्टिविटीज पे नजर रखे हुए थे कि पीछा नही छोड़ूंगा लेकिन कल जैसे ही पता चलता है कि आज भी इन्होंने कोर्ट में मेंशन नही किया तो मैंने भी मैटर टैग कराना शुरू कर दिया। जैसे ही मेरे sir और हम लोग रजिस्ट्री में पहुँचे तो उसने टैग करने से मना कर दिया बहुत कहने के बाद भी उसने एक न सुनी।
फिर हम लोग बापिस चैम्बर में आ गए उसके बाद विकास sir की एंट्री होती है और उन्होंने अपने एक जूनियर को sir के साथ मे भेजा कि जाओ और अभी मैटर टैग कराओ। 5 मिनट भी न लगा कि मैटर टैग हो गया और मंगल सिंह को भी टैगिंग में पीछे छोड़ दिया जिनकी डेट मेरे से एक दिन पहले ही जनरेट हो गयी थी।
यह तो रहा विकास जी का पहला ट्रेलर।

उसके बाद हम लोगों में ब्रीफिंग कार्य आगे बढ़ाना शुरू कर दिया। और 9pm तक दोनों ही सीनियर की ब्रीफिंग भी हो गयी जो मेरे लिए संतोष जनक रहा।

आज जैसे ही कोर्ट बैठी वैसे ही कोर्ट नंबर 8 में गहमागहमी शुरू हो गयी शुरुआत में लगभग सभी के सीनियर कोर्ट में मौजूद रहे लेकिन ps पटवालिया के कुछ मैटर आइटम नंबर 34 से पहले थे जिसमें लम्बी बहस हुई इसी बीच विकास sir का कोई मैटर दूसरे कोर्ट में आ गया तो वह वहाँ चले गए। जैसे ही आइटम नम्बर 34 take up हुआ वैसे ही राजीव sir जो कि विकास sir के जूनियर हैं उन्होंने आगे बढ़कर मैटर को pass over करा दिया जिससे बीएड12 व btc के वकील नाराज हुए लेकिन राजीव sir ने sorry कहते हुए कहा कि जब तक मेरे सीनियर नही आ जाते तब तक बहस नही हो सकती। उसके बाद सभी लोग कोर्ट से बाहर सामबे गेट पे खड़े हो गए और अपनी अपनी ढपली और अपना अपना राग अलापने लगे। ps पटवालिया जी कह रहे कि मुझे होल्ड करा दिया बहस हो जाती तो ठीक है लेकिन यह उनका अपना मानना था न कि विकास sir का।

उसके बाद लास्ट में आइटम नंबर 34 को सुना गया जो लोग कोर्ट में थे वह सब समझ गए होंगे कि विकास sir के आगे वेंकट रमणी जी कहाँ स्टैंड कर रहे थे। लेकिन btc टीम द्वारा अच्छा प्रयास किया गया और उन्होंने ps पटवालिया जो को इंगेज करके अच्छा मैसेज दिया। क्योंकि कोर्ट में विकास जी व पटवालिया जी को ही भाव दिया जा रहा था। वेंकट रमणी अच्छे वकील हो सकते हैं लेकिन कोर्ट में उनका इफ़ेक्ट सही नही रहता।

फिलाल जैसे ही मैटर सुनना शुरू हुआ वैसे ही जज साहब ने हाई कोर्ट के आर्डर पे कॉमेंट करना शुरू कर दिया। उन्होंने खुद ही कहा कि pursuing is pursuing इसमे pass out होने जैसी कोई कंडीशन ही नही है। खुद जज साहब ने दिलीप गुप्ता जी के इंटरप्रिटेशन पे सवाल उठाए। उसके बाद विकास जी ने खुद एक बार नही कई बार नोट कराया कि यह सभी कैंडिडेट एफक्टेड हैं और परमिशन टू फ़ाइल slp को एक्सेप्ट किया जाए। उसके बाद विकास sir ने योगेंद्र कुमार spl 514/18 में जितने लोगों को रेस्पोंडेंट में मेरी टीम ने पार्टी बनाया था उन सभी को एक एक को नोट कराकर नोटिस इशू कराया।
जिसमे ncte को जारी किया गया नोटिस सबसे महत्वपूर्ण है।

लेकिन आज बीएड12 वालों की असली मानसिकता का भी पता चल गया कि यह अलग क्यों भाग रहे थे। यह लोग नही चाहते थे कि बीएड11 वाले भी हमारे साथ रहें लेकिन मैंने भी कसम खा रखी थी कि पीछा चाँद के पार तक करूँगा जिसमे मैं हर स्टेप पे सफल रहा।

उसका नजारा भी इन्हें कोर्ट में देखने को मिल भी गया। जब तक हम नही गए तब तक इन्हें होल्ड रखा गया।

अब जिन लोगों ने slp फ़ाइल की हों वह सभी धीरे -धीरे अपने मैटर को टैग करा लें।

और 6 अगस्त के लिए तैयार रहें  नही तो जो पैसा लोगों से लिया है वह उनका with respect बापिस कर दें।

मैं तो बीएड12 वालों की बेबकूफ़ी से बेहद परेशान रहा कि जब मैटर इतना सीरियस था और परमिशन टू फ़ाइल जा रहे हो तो कोई डंग का वकील तो कर लेते।

फिलाल अब बहुत हो गया कहाँ तक बताया जाए।

धन्यबाद

लीगल टीम

अजब यादव
राजीव कुमार
शालिनी यादव
हरिमोहन त्रिवेदी
पंकज सिंह

शुभरात्रि🙏🏻
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*टीम संघ #सुप्रीम कोर्ट अपडेट दिनांक 13 जुलाई 2018#*

  (टेट-11 बीएड-12 प्रकरण)

*ओम नारायण तिवारी,*✍🏼✍🏼....।

💢 _माननीय उच्च न्यायालय allahabad के 30 मई 2018 के आदेश के विरुद्ध माननीय उच्चतम न्यायालय में योजित  भानु प्रकाश मिश्र व् अन्य की अपीलों में कोर्ट संख्या 8 में न्यायमूर्ति अरुण मिश्र जी और न्यायमूर्ति अब्दुल नज़ीर जी की खंडपीठ ने उच्च न्यायालय के आदेश पर स्थगन देते हुए विपक्षी पार्टियों को नोटिस जारी किया है।_

💢 _सुप्रीम कोर्ट में भानु प्रकाश मिश्र सहित सभी सहयोगी वादियों और प्रदेश में उच्च न्यायालय के आदेश से प्रभावित सभी शिक्षक साथियों को इस सफलता के लिए हार्दिक शुभकामनाएं।_

               *इस प्रकरण में आगे आने वाली अन्य सभी SLP जो निश्चित ही अंतिम सुनवायी हेतु एक साथ आएँगी जिसमे टीम संघ की 10 11 अपयरिंग पर विशाल कुमार लाम्बा डायरी न0 25112 साथ ही11-12 पर ओमकार सिह के नाम से व प्राची सिह डायरी न0-25202 के नाम से, बीसीटी की विक्रम आवेश सिह के नाम से उसमे सभी साथी,  टीम संघ सहित  एकजुट होकर विरोधियों पर वार करेंगे और अंतिम फैसला भी अपने पक्ष में लाएंगे।*
पुनः सभी को सहर्ष सादर शुभकामनायें💐💐

आप सभी से इसी वादे के साथ कि...
*★आजीविका और मान सम्मान से कोई समझौता नहीं*

⚜ *उच्च प्राथमिक शिक्षक संघ उत्तर प्रदेश*⚜

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सुप्रीम कोर्ट से बड़ी खबर --सभी प्रकार की अनिश्चितताओं को दरकिनार करते हुए हमारी टीम द्वारा माननीय सर्वोच्च न्यायालय में बीएड टेट अपेयरिंग मैटर पे slp फाइल कर आप सभी की जॉब हेतु जो ठोस कदम उठाया उसका परिणाम आज सभी के सामने है।
हमारे वरिष्ठ अधिवक्ता श्री विकास सिंह जी व श्री प्रशांत शुक्ला जी द्वारा अपने पक्ष को कोर्ट के सम्मुख रखा जिससे जहां हाईकोर्ट के आदेश पे स्टे ही नहीं वरन सभी पार्टियों को नोटिश इसु हुआ ।
साथियों ये एक बड़ी जीत है ,आप का विस्वाश ही था जो विपरीत माहौल में भी बड़े कदम उठाने का हौसला दिया और खुशी है कि हम उसमे सफल हुए।

साथियों एक और अहम बात slp फाइल होने के दरमयान जिसप्रकार माननीय सुप्रीम कोर्ट के ही एक अधिवक्ता की टिप्पड़ी फ्लैश कर हमारे खिलाफ माहौल बनाया जा रहा था या यूं कहें हमे सन्देह के दायरे में लाकर खड़ा किया जा रहा था आज उन्हीं कथाकथित अधिवक्ता महोदय व उनके चाटुकारों के मुंह मे एक शब्द नहीं है ।
अंत मे मात्र यही जीत हौसलों और जज्बे की होती है जो आप के सामने है ,

आप सभी साथियों के सहयोग व विस्वाश बनाये रखने हेतु बहुत बहुत आभार ।
बीएड 10-11 परिवार

शालिनी यादव
अजब सिंह यादव
हरिमोहन त्रिवेदी

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