राज्य कर्मचारियों की प्रमुख मांगें1’ पुरानी पेंशन बहाल की जाए।1’ आउट सोर्सिग बंद हो। जो कर्मचारी आउट सोर्सिग पर तैनात हैं, उन्हें स्थायी किया जाए।1’ प्रदेश में बेरोजगारी चरम पर है। खाली पड़े लाखों पद भरे जाएं।1’ लिपिकीय सेवा संवर्ग अलग ही किया जाए। वेतनमान एक किया जाए।1’ लिपिकों की योग्यता अभी तक इंटर चल रही है जिसे ग्रेजुएट किया जाए। 1’ आंगनबाड़ी, आशा बहुओं, रसोइया, ग्राम रोजगार सेवक आदि को राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाए। इसके अलावा उन्हें 18 हजार मानदेय दिया जाए।1’ पीआरडी जवानों को होमगार्ड के बराबर वेतन भत्ता व दिया जाए। 1’ वेतन विसंगतियों को दूर किया जाए। 1’ राज्य कर्मचारियों को केंद्र के बराबर भत्ता दिया जाए। इसमें एजुकेशन, मकान, ट्रांसपोर्ट भत्ता आदि शामिल हैं। 1’ सभी विभागों के कार्यालय में मुख्य प्रशासनिक व वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के पद सृजित किए जाएं।
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : होली की दो दिन की छुट्टी के बाद बुधवार को सरकारी कार्यालय खुले तो सही, लेकिन हर जगह होली की खुमारी छायी रही। ज्यादातर कार्यालयों में होली की बधाई के बाद सीधे बात नई सरकार पर छिड़ रही थी। कर्मचारियों का कहना है कि पुरानी सरकारों ने तो उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया, नई सरकार शायद उन पर मेहरबानी करे। 1प्रदेश में सियासी करवट के बाद चर्चा का बाजार गरम है। इस चर्चा में राज्य कर्मचारी भी शामिल हैं। हों भी क्यों न। अर्से से उनकी मांगों को विभिन्न सरकारें ठुकराते चली आ रही हैं। वादा और आश्वासनों से कर्मचारियों का धैर्य जवाब देने लगा है। यही कारण है कि इस बार प्रदेश में भाजपा पूरे बहुमत से है तो उनकी आस फिर बलवती हो गई। विकास भवन में कर्मचारियों का जमघट लगा था। सबकी अपनी राय थी। किसी को नई सरकार से आस थी तो कोई इससे इत्तेफाक नहीं रख रहा था। विकास भवन कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष नरसिंह ने बताया कि 55 साल के केंद्रीय कर्मचारियों को घर बैठाने की तैयारी कर ली गई है। 1अगर ऐसा होता है तो फिर उसका असर यहां भी पड़ेगा। उत्तर प्रदेश भी अब केंद्र शासित होने वाला है। उनका कहना था कि कर्मचारियों की 25 सूत्रीय मांगों पर अभी तक किसी सरकार ने कुछ नहीं किया। कुछ कर्मचारियों का कहना था कि ऐसा जरूरी नहीं है। भाजपा सरकार आई है तो कुछ करेगी भी। 1जमुना प्रसाद, गुलाब सिंह, नारायण सहाय, आशुतोष शुक्ला, कमलाकांत, आरपी चतुर्वेदी, रवि यादव, कमल श्रीवास्तव, अमित, संजय आदि कर्मचारियों का कहना था कि भाजपा सरकार पूर्ण बहुमत से आई है। इसलिए उसे कर्मचारियों के हित में फैसला लेना बहुत आसान होगा।’>>विकास भवन में चर्चा में मशगूल दिखे कर्मी1’>>सरकारी कार्यालयों में दिखी होली की खुमारी
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